मुर्गेश शेट्टी,बीजापुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने अपने चार सूत्री मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन के तहत आज 27 सितंबर 2024 को सामूहिक अवकाश लेकर कलम बंद काम बंद हड़ताल जिले में सामूहिक धरना प्रदर्शन का आयोजन किया। ज्ञात हो कि, प्रदेश के शासकीय सेवकों को ध्येय तिथि से महंगाई भत्ता लंबित एरियस सहित अन्य ज्वलंत मुद्दों का त्वरित निराकरण के लिए आज ब्लॉक मुख्यालय के क्लब प्रांगण में एकत्रित होकर अपनी समस्याओं की ओर शासन प्रशासन की ध्यान आकर्षण के लिए गुहार लगाई।
और रैली के रूप में अनुविभागी अधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपने चार सूत्री मांगों की ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को द्वारा अनु विभागीय अधिकारी राजस्व को सौंपा । पूर्व में दिनांक 28 जुलाई 2024 को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन हुई बैठक में शासन के उपेक्षा पूर्ण रवैया को लोकतांत्रिक विरोध एवं मांगों का निराकरण हेतु शासन का ध्यान आकर्षण आकृष्ट करने के लिए चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया।
जिसके तहत प्रथम चरण 6 अगस्त 2024 को इंद्रावती भवन( संचनालय) से मंत्रालय तक मसाल रैली का आयोजन ।द्वितीय चरण 20 अगस्त 2024 से 30 अगस्त 2024 तक माननीय विधायकों और सांसदों को ज्ञापन। तृतीय चरण 11 सितंबर 2024 को जिला, ब्लाक, तहसील, मुख्यालय में मसाल रैली का आयोजन। चौथा चरण 27 सितंबर 2024 को सामूहिक अवकाश लेकर काम बंद कलम बंद हड़ताल जिलों में सामूहिक धरना प्रदर्शन का आयोजन।
कर्मचारियों का प्रमुख मांग बीजेपी घोषणा पत्र अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जनवरी 2024 से 4% महंगाई भत्ता दिया जाए साथ ही प्रदेश के कर्मचारियों को जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ता के लिए येरियस राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में किया जाए ,बीजेपी घोषणा पत्र अनुसार प्रदेश के शासकीय सेवकों को चार स्तरीय समय मान वेतनमान दिया जाए, केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए। चौथा बीजेपी घोषणा पत्र के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार की भांति प्रदेश के शासकीय सेवकों को अर्जित अवकाश नगदी कारण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन किया जाए।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकार फेडरेशन जो की 112 मान्यता प्राप्त एवं गैर मान्यता प्राप्त संगठनों का प्रतिनिधि संगठन आंदोलन में सम्मिलित हैं जो 27 सितंबर 2024 तक उल्लेखित मांगों के समाधान नहीं होने की स्थिति में फेडरेशन में अनिश्चितकालीन आंदोलन करने का निर्णय भी लिया है इस आंदोलन में विभिन्न संगठनों के अधिकारी कर्मचारी और पदाधिकारी उपस्थित रहे