जगदलपुर। बस्तर हाई स्कूल जगदलपुर का नाम वर्ष 2022 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने बदल कर जगतू महारा शासकीय बहुउद्देशीय विद्यालय कर दिया था। तब इस विद्यालय में जगतू महारा बहुउद्देशीय विद्यालय नाम का बोर्ड लगाया गया था ।जिसे अचानक हटा दिया गया है ।इसी तरह धरमपुरा स्थिति कन्या पॉलिटेक्निक कॉलेज का नाम भी धरमू महारा कन्या पॉलिटेक्निक कॉलेज किया था ,उसके बोर्ड को भी हटा दिया गया है ।अब दोनों संस्थानों में अपने पुराने नाम के बोर्ड प्रदर्शित हो रहे हैं ।
वहीं बोर्ड किस वजह से और किसकी अनुसंशा पर हटाया गया है ,यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।दोनों शिक्षण संस्थानों से महारा समाज के विभूतियों के नाम के बोर्ड हटाए जाने पर महारा समाज के लोग बेहद आक्रोशित हैं ।उनका कहना कि यह समाज का अपमान है ,बिना समाज को सूचना दिए प्रशासन का यह कार्य अत्यंत नंदनीय है।
महारा समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि वह इस विषय को लेकर सोमवार को संबंधित अधिकारियों से चर्चा करेंगे और यदि इन संस्थाओं का नाम बदला गया तो वह उग्र प्रदर्शन करेंगे ।
महारा समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि समाज ने बेहद प्रयास के बाद बस्तर क्षेत्र के महान विभूतियों को एक स्थान दिलाने में कामयाबी पाई थी,ऐसे में अकारण ही दोनों संस्थानों से बोर्ड हटाकर प्रशासन महारा समाज को किस तरह का संदेश देना चाहता है।
महारा समाज के लोगों ने कहा कि किसी भी स्थिति में इन संस्थाओं से जगतू महारा और धरमू महारा का नाम हटाने नहीं दिया जायेगा।
बता दें कि 24 नवंबर 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने जगदलपुर प्रवास पर इन संस्थाओं के नाम बदलने की घोषणा की थी। जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा बस्तर हाई स्कूल का नाम जगतू महारा और धरमपुरा स्थित महिला पालीटेक्निक कालेज का नामकरण धरमु माहरा के नाम पर करने की भी घोषणा की थी।
इस मामले उक्त संस्थाओं के अधिकारियों से बात नहीं हो पाई है ,इसलिए बोर्ड के हटाए जाने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है ।