बीजापुर। जिले में नक्सलियों ने बुधवार को फिर एक भाजपा नेता की हत्या कर दी। नक्सलियों ने भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के मंडल उपाध्यक्ष कैलाश नाग को अगवा कर लिया। इसके बाद कुल्हाड़ी से वार कर उनकी जान ले ली।
पुलिस विभाग द्वारा प्रदत जानकारी के अनुसार थाने से करीब 12 किमी दूर भुर्रीपानी में वन विभाग की ओर से तालाब निर्माण का कार्य कराया जा रहा था। इस दौरान शाम को कुछ लोग पहुंचे और निर्माण कार्य में लगे JCB में आग लगा और मालिक कैलाश नाग की हत्या कर दी।
नक्सलियों ने हत्या के बाद लाश को भूरीपानी और कोकमेंटा के बीच फेंका और वहां से भाग निकले।विगत 5 दिनों में बीजापुर जिले में यह दूसरी घटना है जिसमें बीजेपी नेता की हत्या हुई है ।
इन हत्याओं को लेकर बीजेपी सरकार या तो मौन है अथवा बेहद दबी जुबान में।प्रतिक्रिया व्यक्त कर रही है ।
बीजेपी नेतृत्व जब पश्चिम बंगाल में बीजेपी का कार्यकर्ता की हत्या होती तो उसे राजनीतिक हत्या बताकर TMC पर आरोप लगाता है ,कर्नाटक में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या होती है तो कांग्रेस पर आरोप लगाती ,इसी तरह केरल में बीजेपी कार्यकर्ता मारा जाता है तो कम्युनिस्ट पार्टी और छत्तीसगढ़ में अक्टूबर 2023 तक हुई नक्सली हत्याओं का आरोप भी बीजेपी ने अप्रत्यक्ष रूप से तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर लगाया था।
परन्तु अब जबकि विगत 3 महीने से प्रदेश में बीजेपी की सरकार तो भी बीजेपी कार्यकर्ता सुरक्षित नहीं हैं ।और न ही बीजेपी सरकार के पास इन हत्याओं का कोई जवाब है ,केवल निंदा वाली प्रेस विज्ञप्ति जारी कर खानापूर्ति की जा रही है।
विगत 5 दिनों में नक्सलियों दो बीजेपी नेताओं की हत्या कर दी है पर बीजेपी सरकार ने अभी तक संवेदनशील में क्षेत्रों में कार्य कर रहे बीजेपी नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा नहीं की है ।
और न तो बीजेपी सरकार न ही बीजेपी संगठन कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर संवेदनशील नज़र आ रहा है ।
मैदानी क्षेत्रों और शहरों में रहने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बड़े नेताओं से संबंध का इस्तेमाल करते हुए ,पुलिस सुरक्षा गार्ड प्राप्त कर लिए हैं जिनका उपयोग केवल अपने आप को विशेष दिखाने के लिए किया जा रहा है वहीं ग्रामीण और संवेदनशील क्षेत्रों में कार्य कर रहे बीजेपी कार्यकर्ता अभी भी जीवन को दांव में लगाकर बीजेपी का कार्य कर रहे हैं ।
बीजापुर में कार्यकर्ताओं की लगातार हत्याओं से और इन हत्याओं पर सरकार के रवैए से बीजापुर के बीजेपी कार्यकर्ता खासे नाराज हैं और बीजेपी सरकार और शीर्ष नेतृत्व की सोशल मीडिया में जमकर आलोचना कर रहे हैं ।
संवेदनशील क्षेत्रों के बीजेपी कार्यकर्ता सरकार के रवैए पर हैरान हैं ,नाम न छापने को शर्त पर दक्षिण बस्तर के एक बड़े नेता ने बताया कि संगठन उन्हें बूथ स्तर पर कार्य करने को कहता पर सुरक्षा की बात नहीं करता ,आने वाले समय में लोकसभा चुनाव होने हैं ऐसे में संवेदनशील बूथों में कौन कार्यकर्ता पहुंचेगा ??
उन्होंने कहा कि सरकार को अपना इंटलीजेंस और मजबूत करने की आवश्यकता है ,और सुरक्षा की समीक्षा भी जरूरी है जिससे जिन नेताओं को खतरा है उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवाई जानी चहिए ।
फूलचंद सेठिया ,मोहपाल बारी
राजनीतिक विश्लेषक