चंद्रकांत क्षत्रिय,दंतेवाड़ा। लोकसभा चुनाव की सुगबुहाट होते ही प्रदेश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों चुनाव तैयारियों में जुट गए हैं ,और टिकट के दावेदारों ने भी जोर आजमाइश शुरू कर दी है ।
कांग्रेस पार्टी के बात करें तो वर्तमान सांसद और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मंत्री और कोंटा विधायक कवासी लखमा इस बार टिकट के दावेदार नज़र आ रहे हैं ,वहीं बीजेपी में भी टिकट के दावेदारों को लंबी फेहरिस्त है ।
चूंकि बीजेपी ने इस बार राज्य सरकार मे मंत्री और प्रदेशाध्यक्ष जगदलपुर और नारायणपुर से दिया है और दक्षिण बस्तर को कोई विशेष प्रतिनिधत्व नहीं मिल पाया है ।
तो राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि लोकसभा के लिए इस बार दक्षिण बस्तर के नेताओं को मौका दिया जा सकता है ।
विशेषज्ञों का कहना है कि विधानसभा में ओजस्वी भीमा मंडावी को टिकट न देकर स्थानीय नेताओं की नाराजगी पार्टी झेल चुकी है हालांकि ओजस्वी मंडावी ने बाद में असंतोष की बात को खारिज कर चैतराम अटामी को समर्थन दिया था ,इसलिए उन्हें मंडल ,आयोग अथवा लोकसभा की टिकट दी जा सकती है ।
वहीं बीजापुर से बीजेपी की हार के बाद महेश गागड़ा भी लोकसभा के प्रत्याशी हो सकते हैं । पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ,बस्तर संभाग में खासे लोकप्रिय नेता भी हैं ।
यदि पार्टी विधानसभा की तरह नए और युवा चेहरों पर दांव लगाएगी तो जिला पंचायत सदस्य रामू नेताम और नंदलाल मुड़ामी की किस्मत भी खुल सकती है ,दोनों ही नेताओं ने दंतेवाड़ा विधानसभा के लिए तगड़ी दावेदारी की थी ,फिलहाल रामू नेताम टेकनार से जिला पंचायत सदस्य हैं वहीं पालनार क्षेत्र से नंदलाल मुड़ामी की धर्मपत्नी जिला पंचायत में प्रतिनिधत्व कर रहीं हैं ,दोनों नेता युवा होने की वजह से क्षेत्र में लोकप्रिय भी हैं ।
हालंकि ये महज राजनीतिक आंकलन है,बीजेपी संगठन इस पर क्या निर्णय लेता है ये तो प्रत्याशियों की घोषणा के बाद ही स्पष्ट होगा।