यात्रा के संयोजक महेश कश्यप ने भी सेवा के नाम पर धर्म परिवर्तन का लगाया आरोप
चंद्रकांत क्षत्रिय,दंतेवाड़ा ।गुरुवार देर शाम बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के तत्वाधान में सामाजिक सद्भावना यात्रा नारायणपुर और बस्तर जिले के विभिन्न गांवों से होती हुए अपने पड़ाव दंतेवाड़ा पहुंची ,सभी गांवों में इस सद्भावना यात्रा को ग्रामीणों का जबरदस्त प्रतिसाद मिला ।
ज्ञात रहे कि बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के तत्वाधान में धर्मांतरण से आदिवासी संस्कृति को बचाने नारायणपुर से प्रारंभ की गई थी ।
अंतागढ़ के पूर्व विधायक भोजराज नाग के नेतृत्व में यह सद्भावना यात्रा मंगलवार को नारायणपुर विधानसभा के विभिन्न गांवों से होती हुई गुरुवार देर शाम दंतेवाड़ा पहुंची जहां यात्रा का गीदम नगर में भव्य स्वागत किया गया तत्पश्चात यात्रा दंतेश्वरी मंदिर के लिए रवाना हुई जहां आदिवासी संगठनों सहित बीजेपी के नेताओं ने यात्रा का स्वागत किया ।
बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के संयोजक महेश कश्यप ने बताया कि यात्रा का उद्देश्य आदिवासी समाज में सद्भावना का प्रचार प्रसार करना और आदिवासी समाज को उन षड्यंत्रों के प्रति जागरूक करना है ,जो माता दंतेश्वरी पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हैं ,इस यात्रा के जरिए गांव गांव में उन षड्यंत्रकारियों का चहेरा उजागर करना है जो आदिवासियों को उनकी संस्कृति से दूर करने का प्रयास कर रहे हैं ।
महेश कश्यप ने कहा कि इस यात्रा उद्देश्य ऐसे लोगों की पहचान करना भी है जो अनुसूचित क्षेत्रों में धर्मांतरण को बढ़ावा और संरक्षण देते हैं ।
आयोजन समिति के समन्वयक मगाऊ राम कावड़े ने कहा की अलग-अलग जाति पार्टी सामाजिक नीति नियम व्यवस्था होने के बाद भी गांव में एकता भाईचारा संभव कायम रहा है । समाज को धर्म संस्कृति परंपरा से तोड़कर बस्तर को मुख्य धारा से अलग करना इनका मुख्य उद्देश्य रहा है।
अलोकतांत्रिक विदेशी अलगाववादियों के खिलाफ हमारे बस्तर सदियों पुराना सामाजिक व्यवस्था मांझी पुजारी पटेल सिरहा गुनिया गायता नायक पाइका मिलकर जल जंगल जमीन संस्कृति को बनाए रखें है । जितना पुराना भारत का इतिहास है उतना ही पुराना इतिहास जनजाति समाज का है ।
बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के संरक्षक और अंतागढ़ के पूर्व विधायक भोजराज नाग ने सीधे सीधे ईसाई मिशनरियों पर हमला बोलते हुए कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य उस अवैध धर्मांतरण को रोकना है जो ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रलोभन देकर आदिवासी समाज के साथ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने गांव के प्रत्येक समाज के साथ बैठक की विभिन्न देवगुड़ियों में पूजा अर्चना की और समाज को आदिवासी संस्कृति के विषय में जानकारी दी ।
भोजराज नाग ने कहा कि पुरातन काल से आदिवासी समाज हर तीज त्यौहार मिल जुलकर सद्भावना और समरसता पूर्वक मनाता रहा है ,परंतु ईसाई मिशनरियों के अनुसूचित क्षेत्रों में धर्मांतरण की वजह से आदिवासी समाज का विघटन हुआ ।
उन्होंने कहा इस यात्रा का उद्देश्य आदिवासी समाज को फिर से एक सूत्र में पिरोना है ।
धर्मांतरित आदिवासियों को लेकर उन्होंने कहा कि वह ग्राम सभा के जरिए शासन को प्रस्ताव भेज कर डिलिस्टिंग की मांग करेंगे।यात्रा में जनजाति सुरक्षा मंच के संरक्षक भोजराज नाग,रूपसाय सलाम,मंगउ कावड़े,तुलुराम,अमृत नाइक,खेमचंद नेताम,सहित सैकड़ों की संख्या में जनजातीय समाज के लोग उपस्थित रहे ।
वहीं दंतेवाड़ा मंदिर में विधायक चैतराम अटामी,जिला पंचायत सदस्य रामू नेता और नगर पालिका अध्यक्ष पायल गुप्ता ने यात्रा का स्वागत किया।रिटायर्ड एएसपी गोरखनाथ बघेल भी इस सांस्कृतिक सद्भावना यात्रा के साथ दंतेवाड़ा पहुंचे थे।